हे अतुलित बलशाली, जय जय महाँवीर हनुमान ll
*महाँवीर हनुमान, जय जय महाँवीर हनुमान l
पवन तनय बल भारी, जय जय महाँवीर हनुमान l
हे अतुलित बलशाली, जय जय महाँवीर हनुमान l
रामदास तुम प्रेमदास तुम, राम प्रेम में रमते तुम l
प्रेम असीम ह्रदय में तुम्हरे, राम चरण को नमते तुम ll
*देते सबको राम की भक्ति ll, सबका मंगल करते तुम,
हे अतुलित बलशाली, जय जय महाँवीर हनुमान l
पवन तनय बल भारी, जय जय महाँवीर हनुमान l
ज्ञानवान में अग्रगण्य तुम, मन के सदा विजेता तुम l
वेग तुम्हारा तीव्र पवन सम, शक्ति के हो दाता तुम ll
*तुम सा न कोई जग में प्रेमी ll, भक्तों के रखवाले तुम,
हे अतुलित बलशाली, जय जय महाँवीर हनुमान l
पवन तनय बल भारी, जय जय महाँवीर हनुमान l
चारों युग में तीन लोक में, जय जय कार तुम्हारा है l
औगढ़ दानी हो तुम ही तो, तुम बिन कौन सहारा है ll
*प्रेमी के दिल में तो सदा ही ll, रहता वास तुम्हारा है,
हे अतुलित बलशाली, जय जय महाँवीर हनुमान l
पवन तनय बल भारी, जय जय महाँवीर हनुमान l
राम काज़ हेतु तन धारे, सबके काज सँवारे तुम l
भक्ति के चन्द्रमा तुम्ही हो, धर्म ध्वजा के सहारे तुम ll
*सब देवों के देव तुम हो ll, शिव शँकर अविनाशी तुम,
हे अतुलित बलशाली, जय जय महाँवीर हनुमान l
पवन तनय बल भारी, जय जय महाँवीर हनुमान l
राम भक्ति में राम नाम में, रमते सदा रमाते तुम l
जल चर थल चर नभ चर सारे, जीवों को हो भाते तुम ll
*तुमसा कौन दयालु कपिवर ll, करुणा के अवतारी तुम,
हे अतुलित बलशाली, जय जय महाँवीर हनुमान l
पवन तनय बल भारी, जय जय महाँवीर हनुमान l
भक्ति का भैवभ श्रुतियों का, महाँ खज़ाना है तुम में l
भक्ति प्रेम ज्ञान वेदों का, भरते सबके अंतर् में ll
*गुरु रूप में तुम ही आए ll, सबके तारणहारे तुम,
हे अतुलित बलशाली, जय जय महाँवीर हनुमान l
पवन तनय बल भारी, जय जय महाँवीर हनुमान l
असीम करुणाशाली, जय जय महाँवीर हनुमान l
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल