चिट्ठी प्रेम वाली पाके, मोहना याद करनी हा,
जे ना मिलया शाम प्यारा, रोरो आहा भरनी हा॥
कृष्ण लीता सी अवतार, खुल गए मथुरा दे दरबार,
सुत्ते रह गये पहरेदार, मै बलिहार जानी हा.....-2
चिट्ठी प्रेम वाली पाके......
कृष्ण टोकरे च पाया, यमुना जल उछल के आया,
कृष्ण चरण छुआया, मै बलिहार जानी हा.....-2
चिट्ठी प्रेम वाली पाके......
कृष्ण देवकी दा जाया, मात यशोदा गोदी पाया,
मक्खन मिश्री नाल रजाया, मै बलिहार जानी हा.....-2
चिट्ठी प्रेम वाली पाके, मोहना याद करनी हा,
जे ना मिलया शाम प्यारा, रोरो आहा भरनी हा॥