ओ साँवरे ओ साँवरे
तरेगी नैया बिन माझी के जो तू साथ है मेरे,
डुभे गी नैया भी किनारे पे जो तू साथ न मेरे,
ओ साँवरे ओ साँवरे
जब तुझसे हो मांझी कहे को फ़िक्र मैं करू,
तेरे रहते हुए बाबा मैं क्यों तूफानों से डरु,
ओ साँवरे ओ साँवरे
मिलेगी मंजिल मेरी नैया को जो तू साथ है मेरे,
ओ साँवरे ओ साँवरे...
मैं नाम तेरा लेकर मंजिल को हु बढ़ता,
चाहे गौर अँधेरा हो बाबा नहीं मैं नहीं डरता,
ओ साँवरे ओ साँवरे.....
मिले गी जोति भी अंधरों में जो तू साथ है मेरे,
ओ साँवरे ओ साँवरे....
मुझे सारी खुशियों तो तेरे दर से मिलती है,
हर गलती की माफ़ी मुझे तुझसे मिलती है,
ओ साँवरे ओ साँवरे...
कमल सताए दुःख न जीवन में जो तू साथ है मेरे,
ओ साँवरे ओ साँवरे...