रघुनंद तुम को आना होगा
भगतो को दर्श दिखाना होगा
सीता माँ संग लक्ष्मण जी को लाना होगा,
रघुनंद तुम को आना होगा
स्वागत में आप के ये पलक बिछाई है
बड़े ही नसीबो से घडी प्रभु आई है
भगतो को मान बडाना होगा
भगतो को दर्श दिखाना होगा
उचे सिंगासन पे हम आप को बिठाए गे,
मीठे मीठे भजन हम आप को सुनाये गे,
सिर पर हाथ फिराना होगा
भगतो को दर्श दिखाना होगा
सोरव मधुकर संग दीप जलाए गे,
सरयू के जल से प्रभु चरण धुलायेगे
भगतो को गले से लगाना होगा
भगतो को दर्श दिखाना होगा