माँ के जगराते चलो,
चलो माँ ने बुलाया है,
माँ की महिमा गाते चलो,
चलो माँ ने बुलाया है,
माँ के जगराते चलो,
चलो माँ ने बुलाया है।
ऊँचे पर्वत बीच गुफा में,
माँ ने धाम बनाया,
जिसको बुलावा भेजा माँ ने,
दौड़ा दौड़ा आया,
जयकारा लगाते चलो,
चलो माँ ने बुलाया है,
माँ के जगराते चलो,
चलो माँ ने बुलाया है।
माँ है मेरी भोली भाली,
सबको गले लगाती,
वो तो अंतरयामी जाने,
सबके कष्ट मिटाती,
गुण उसके गाते चलो,
चलो माँ ने बुलाया है,
माँ के जगराते चलो,
चलो माँ ने बुलाया है।
सबसे अनोखा सबसे निराला,
ये दरबार है माँ का,
पापी का भी मन बदले,
श्रमादान है पाता,
गुण उसके गाते चलो,
चलो माँ ने बुलाया है,
माँ के जगराते चलो,
चलो माँ ने बुलाया है।