धरो मेरे सर पे मैया हाथ,
बन जाये सारी बिगड़ी बात।
बसो मेरे नैनों में मेरी मात,
दर्शन पाऊँ तुम्हारा दिन रात।
बसो मेरी जिव्हा पे मेरी मात,
नाम जपूं तुम्हारा दिन रात।
बसो मेरे कंठ में मेरी मात,
भजन गाऊँ तुम्हारा दिन रात।
बसो मेरे हृदय में मेरी मात,
मात मेरा सदा निभाईयो साथ।
बसो मात मेरे सकल शरीर,
मिटा दो मैया जन्म जन्मों की पीर ।
राजीव त्यागी नजफगढ़