सुनलो करुण पुकार भोले आ जाओ,
संकट में संसार भोले आ जाओ॥
ये भोले ये जग तेरा,
अब हो गया है कैसा,
घर घर में है दुर्योधन,
घर घर में रावण बैठा, राह दिखला जाओ,
संकट में संसार भोले आ जाओ.....
झूठे है रिश्ते सारे,
झूठे है सारे नाते,
सुख में है साथ निभाते,
दुःख में सब छोड़ के जाते, तुम ही कुछ बतलाओ,
संकट में संसार भोले आ जाओ.....
कलयुग में द्रौपदी की,
फिर लाज दाव पे लागी,
कहा जाए किसको पुकारे,
वो ढूंढ रही है अभागी, लाज को बचा जाओ,
संकट में संसार भोले आ जाओ.....
मेरी भक्ति का चंदन,
हे भोले तुम्हे समपर्ण,
श्रद्धा का तिलक लगाऊं,
भोले तुम्हरा गुण गाऊ, पार लगवा जाओ,
संकट में संसार भोले आ जाओ.....