नाच रहे हनुमान राम गुण गा गा के,
राम गुण गा गा के राम गुण गा गा के,
नाच रहे हनुमान....
ऐसा सुंदर रूप बनाया,
सवा सेर सिंदूर लगाया,
जप रहे सीता राम, राम गुण गा गा के,
नाच रहे हनुमान....
हाथो में खड़ताल बजाते,
पैरों में घुंघरू छनकाते,
नाचे दे दे ताल, राम गुण गा गा के,
नाच रहे हनुमान....
राम दीवाना है मतवाला,
पीकर राम नाम का प्याला,
इनकी बदली चाल, राम गुण गा गा के,
नाच रहे हनुमान....
इनको जो सिंदूर चढ़ाये,
सिया राम के दर्शन पाए,
कर दे मालामाल, राम गुण गा गा के,
नाच रहे हनुमान....