तर्ज - कलियर के राजा कभी किरपा नजरिया
अंजनी के लाला अपने भक्तों की अब तो,
लेलो खबरिया रे, ओ बजरंग बाला ।
‘कृष्णा’ भी आया तेरे दर का पूजारी
हम सब आये तेरे दर पे सवाली,
देदो डगरिया रे, ओ बजरंग बाला ।
अंजनी के लाला...
(1)
लांघ समुद्र के लंका जलाए, माँ सीता की खबर ले आए ।
कुटिया वीभीषण की तुमने बचा दी,
लिक्खा था राम नाम रे, ओ बजरंग बाला ।
अंजनी के लाला...
(2)
मेघनाद के शक्ति बाण से, मूर्छित लक्ष्मण थे ।
समझ ना आई संजीवन तो तुमने,
पर्वत उठाय लियो रे, ओ बजरंग बाला ।
कृष्णा भी आया...
(3)
माँग सिंदूरी देखे सिया की, पूछे मतलब रे ।
सोचा श्री राम जी को कैसे रिझाऊँ,
हो गए लाल लाल रे, ओ बजरंग बाला ।
अंजनी के लाला...
(4)
हाँथों में खंजरी पाँव में घुँघरू, मस्त मगन भए रे ।
राम नाम की धुन में ओ बाबा
झूमे नगरिया रे, ओ बजरंग बाला
अंजनी के लाला...
झूमे नगरिया सारी झूमे नगरिया
शैर-1
ना ही गिनकर के दिया,ना ही तौल करके दिया
मेरे बाबा ने जिसको भी दिया दिल खोलकर के दिया
झूमे नगरिया सारी झूमे नगरिया...
शैर-2
मैंने सब कुछ पाया है तुमको ही पाना बाकी है
घर में मेरे कमी नही बस तेरा आना बाकी है
झूमे नगरिया सारी झूमे नगरिया...
शैर-3
किरपा ऎसी करो की जिंदगी में ये मकाम आए
जब भी लब खोलूँ तो बाबा तेरा ही तो नाम आए
झूमे नगरिया सारी झूमे नगरिया...
शैर-4
दौलत छोड़ी दुनिया छोड़ी सारा खजाना छोड़ दिया
मैंने तेरे प्यार में बाबा सारा जमाना छोड़ दिया
दरवाजे पर लिक्खा जबसे नाम बजरंग बाबा का
मुसीबतों ने मेरे घर में आना ही अब छोड़ दिया
झूमे नगरिया सारी झूमे नगरिया...
स्वर/लेखक - कृष्ण कुमार गौतम
संपर्क - 8109631564