तू श्रीराम श्रीराम बोल मना, क्यों फिरदा डामाडोल मना....
तेरे अंदर हीरा जड़ेया है तैनू पंजा चोरां फड़ेया है,
तू हरि नाल नाता जोड़ मना क्यों फिरदा डामाडोल मना....
तेरे अंदर एक अलमारी है जिथे बैठे कृष्ण मुरारी है,
तू राधे राधे बोल मना क्यों फिरदा डामाडोल मना....
तेरे अंदर सोने दी तकड़ी है क्यों चुकदा पाप की गठरी है,
तू सच्च दा सौदा तोल मना क्यों फिरदा डामाडोल मना....
तैनू हीरा जन्म जो मिलाया है फुल करमा वाला खिलेया है,
ऐनू मिट्टी विच ना रोल मना क्यों फिरता डामाडोल मना....
तू श्रीराम श्रीराम बोल मना क्यों फिरदा डामाडोल मना,
तू दिल दियां कुंडियां खोल मना क्यों फिरदा डामाडोल मना....