मेरी और निहार मेरे नन्दकुमार
मैने सुना है तूने ध्रुव जी को तारा,
अब मुझको भी तार मेरे नन्दकुमार,
सावरी सूरत मेरे मन भाई ,
तो पे जाऊं बलिहार मेरे नन्दकुमार ,
वृन्दावन का वास मुझे दो ,
मेरी विनती बारम्बार मेरे नन्दकुमार,
श्री कृष्ण भक्त विशाल की विनती सुन लो
मुझे दो दर्शन इक बार मेरे नन्दकुमार
निक मेरी और निहार मेरे नन्दकुमार