कहां जाओगे बांके बिहारी, होली होगी हमारी तुम्हारी,
आगे आगे हैं बांके बिहारी,
पीछे पीछे बृषभान दुलारी,
कहीं जाने ना दूंगी मुरारी, होली होगी हमारी तुम्हारी,
कहां जाओगे बांके बिहारी.....
एक डोली में राधा की सखियां,
दुजी टोली में ग्वालो की टोली,
यहां दो दो चलेंगी पिचकारी, होली होगी हमारी तुम्हारी,
कहां जाओगे बांके बिहारी.....
कहां जाओगे जाने ना दूंगी,
गलियों में तुम्हें घेर लूंगी,
तेरे गालों पर रंग लगाऊंगी, होली होगी हमारी तुम्हारी,
कहां जाओगे बांके बिहारी.....
तेरे अंगों में लहंगा पहना आऊंगी,
ऊपर से चुनरिया उड़ांगी,
तुम्हें नर से मैं नारी बनाऊंगी, होली होगी हमारी तुम्हारी,
कहां जाओगे बांके बिहारी.....