चोरी माखन की दे छोड़ कन्हीया मैं समझाऊँ तोय,
एक लाख गैया नन्द बाबा की नित नित माखन होय,
बड़ो नाम है नन्द बाबा का हंसी हमारी होय,
चोरी माखन.......
बरसाने से तेरी आई रे सगाई रोज बतक्नी होए,
बड़े घरन की राधा पबेटी ना ही बनेगी तोय,
चोरी माखन.....
चाहे माता मोहे मारो पीटो चाहे धमकाओ मोय,
चोरी की मोहे आदत पड़ी है शादी होय न होय,
चोरी माखन.....
ले लठियां यशोदा दोडी कान्हा मारण तोहे,
सूरदास सलोनी सूरत दिए नैन भर आये,
चोरी माखन.....