तू रुक नहीं पाएगा, बाबा जो तुझको बुलाए गा,
झूठे बहाने करके तू पछताये गा॥
साथ वो मेरे मैं क्यों डर जाऊं,
श्याम की जय बोलो और बढ़ जाऊं,
अब तक श्याम ने हमें संभाला है,
क्यों ना मैं उनसे मिलने जाऊं,
नैनो के आशु लेके, श्याम ध्वजा को लेके,
मन हर्षाए गा...
तू रुक नहीं पाएगा, बाबा जो तुझको बुलाए गा॥
खाटू वाले श्याम से मिलना है,
दिल की बाते उनसे करना है,
वैसे तो वो सब कुछ जाने हैं
फिर भी मन को हल्का करना है,
चरणों में शीश झुका के दर्शन पाएगा,
तू रुक नहीं पाएगा, बाबा जो तुझको बुलाए गा॥
श्याम मिलन में आई बाधा है,
मिलने का तो पूरा इरादा है,
चाहे जितने नियम बना ले वो,
भक्तों से मिलने बाबा बैठे हैं,
भक्तों को आता देखे, गले लगाये गा,
तू रुक नहीं पाएगा, बाबा जो तुझको बुलाए गा॥
रींगस से खाटू के मंदिर तक,
पैदल चलकर हमको जाना है,
सारे रास्ते भजन सुनाना है,
चरणों में एक पुष्प चढ़ाना है,
भाव का भूखा है ये, भाव ही भाएगा
तू रुक नहीं पाएगा, बाबा जो तुझको बुलाए गा॥