तेरे भरोसे जीवन मेरा बाबा खाटू वाले,
तुझ बिन कौन सम्बाले,
गेहर बिरानी है दुनिया बेगानी है,
अपनों का दिल में दर्द छुपाये कैसे जीवन जीते,
गम के अनसु पीते मुझको सहारा बस इक तुम्हारा,
ओ हारे के सहारे तुझ बिन कौन सम्बाले,
कांटो भरी राहे चलना भी कौन चाहे,
जीवन पथ पर खा रहा ठोकर गिरने से कौन बचाए,
कौन जो राह दिखाए,
दूर अँधियारा करो उझार भक्तो के रखवाले,
तुझ बिन कौन सम्बाले...
भाग्य विदाता हो तुम दर के बिहारी है हम,
रुभी रिध्म तेरी शरण में आये तुझको कहे रो रो के,
खाली ये बहुत ही रोके,
सिर को झुकाया चरणों में तेरे जग के पालन हारे,
तुझ बिन कौन सम्बाले...