तू इतनो मत कर श्याम श्रृंगार,
नार तोये नजर लगाये देगी ॥
चाँद से मुख तेरो विशाल,
होंठ मूंगा से भी बढ़ के लाल,
नाक सुख सी भंवरा से बाल,
इतनो सुन्दर मुख तेरो, तू नीलकमल सो रंग,
मोहित हो सखी डाल दे तोए पटक मोहनी अंग,
पटक मोहनी अंग प्रेम की भंग पिलाय देगी,
तू इतनो मत कर श्याम श्रृंगार...
पहन गाल फूलों की माला,
मटक रहे गलियन में लाला,
एक टक घूरे बृज बाला,
लाला बृज की बहुत है तू जादूगर नार,
अरे कन्हैया बस करे तू जादू टोना डार,
जादू टोना डार बना तेरो मोर उड़ाय देगी,
तू इतनो मत कर श्याम श्रृंगार....