आया है आया वसंत त्योहार जी,
प्यार भी पिरोया है फूलों के संग हार में,
सतगुरा दे दर्शन पावागे हारा वाले दे जयकारे लावागे....
आज मैंने गुरुजी, दे दर्शन पा लिये,
पंगत प्यारेया नाल भंगड़े वी पा लिये,
सतगुरा दे जयकारे लावागे, हारा वाले दा दर्शन पावागे....
जाऊं बलिहारी में, दाता सतगुरु तेरे ते,
किरपा अपार हारा वाले तेरी मेरे ते,
मांगे हैं भक्ति हम तुमसे दातारे,
प्यार भी पिरोया है फूलों के संग हार में,
सतगुरा दे जयकारे लावागे, हारा वाले दा दर्शन पावागे....
दास ने तेरी जबसे महिमा जो गाई है,
घड़ी ये बसंत की आज जो आई है,
बज रही दर पे तेरे शहनाई है,
हारा वाले को सब देवे बधाइयां है,
दर्शनों की लाइन लगी है दरबार में,
प्यार भी पिरोया है फूलों के संग हार में,
सतगुरा दे जयकारे लावागे, हारा वाले दा दर्शन पावागे....