कृष्णा तू करुणासागर,
कर महर जरा बरसा कर।।
तेरी शरण में जो भी आए,
बिन मांगे सब कुछ पाए।।
मैं जग में खो गया ऐसे,
तेरी याद करूं तो कैसे।।
कहीं भूल ना जाऊं भंवर में,
मेरे दाता रखना बचा कर,
कृष्णा तू करुणासागर....
सुख दे चाहे तू दुख दे,
लेकिन सहने का बल दे।।
चरणों में प्रीत अटल दे,
विश्वास की ज्योति जगा कर,
कृष्णा तू करुणासागर....
तेरी याद में सांझ सवेरे,
गुजरे दिन पल ये मेरे।।
तेरे प्राण तुझको अर्पण,
इन्हें रखना तू अपना कर,
कृष्णा तू करुणासागर....