काले श्याम हमारे री बहना छलिया ने जुल्म गुजारे॥
जब भी श्याम बागन में आए,
उड़ गए कोयल कारे बहना छलिया ने जुल्म गुजारे,
काले श्याम हमारे री बहना छलिया ने जुल्म गुजारे॥
जब रे श्याम जमुना तट आए,
जमुना जल भऐ कारे बहना छलिया ने जुल्म गुजारे,
काले श्याम हमारे री बहना छलिया ने जुल्म गुजारे॥
जब रे श्याम पनघट पर आए,
घिर आए बादल कारे बहना छलिया ने जुल्म गुजारे,
काले श्याम हमारे री बहना छलिया ने जुल्म गुजारे॥
जब रे श्याम बंसीवट में आए,
कदम पेड़ भए कारे बहना छलिया ने जुल्म गुजारे,
काले श्याम हमारे री बहना छलिया ने जुल्म गुजारे॥
जब रे श्याम बरसाने में आए,
बने राधा के नैनन कारे बहना छलिया ने जुल्म गुजारे,
काले श्याम हमारे री बहना छलिया ने जुल्म गुजारे॥