सुमिरत सुमिरत हारी मेरे बांके बिहारी,
बांके बिहारी मेरे रमण बिहारी,
टेर सुनो गिरधारी मेरे बांके बिहारी,
सुमिरत सुमिरत हारी मेरे बांके बिहारी.....
मीरा पे जब संकट आया,
राणा जी ने विष दे डाला,
विष अमृत कर डाली मेरे बांके बिहारी,
टेर सुनो गिरधारी....
भरी सभा में द्रोपदी थाडी,
दुष्ट दुशासन खींचे साड़ी,
लाज रखो बनवारी मेरे बांके बिहारी,
टेर सुनो गिरधारी.....
नरसी भगत है तेरा पुजारी,
दान में धन दौलत दे डाली,
पटले पर आए मुरारी मेरे बांके बिहारी,
टेर सुनो गिरधारी.....
गज और ग्राह लड़े जल भीतर,
टेर सुनी आए तुम चलकर,
फंद छुड़ाया गिरधारी मेरे बांके बिहारी,
टेर सुनो गिरधारी.....
जब जब भीड़ पड़ी भक्तों पे,
टेर सुनी आए एक पल में,
छोड़ी गरुण सवारी मेरे बांके बिहारी,
टेर सुनो गिरधारी.....