ऐ श्याम सुन्दर खाटू वाले, हुई कृपा तेरा दीदार हुआ,
देखी सूरत भोली भाली, मेरे बाबा तुझसे प्यार हुआ ||
हे कलयुग के देव निराले, जब से तेरा नाम लिया है,
मालिक तू जीवन नईया का, सब कुछ तुझपे सौफ दिया है,
जब से तेरा नाम लिया है……...
ये दुनियाँ ऐसी दो रंगी, मोह माया का रंग चढ़ा है,
तेरी शरण में वो आवे जो, ढाई अक्षर प्रेम पढ़ा है,
हो गई जिसपे दया तुम्हारी…, वो मस्ती का जाम पिया है,
जब से तेरा नाम लिया है……...
दुनियाँ के रंग फीके लागे, मुझपे अपना रंग चढ़ा दो,
और नही कुछ मुझे चाहिए, अपने प्रेम का पाठ पढ़ा दो,
मेरा भी ये काम बनादे...., सब भक्तो का काम किया है
जब से तेरा नाम लिया है……...
क्या लेना कुछ मुझे किसी से, बैठा जब तू देने वाला,
क्यों डूबेगी किस्ती मेरी, बाबा है तू खेने वाला,
जिसकी तेरे हाथ में वली..., वो होके बेफिक्र जिया है,
जब से तेरा नाम लिया है……...
जो कहना था कह दिया है मैंने, सब जाने तू और कहूँ क्या,
श्याम धणी जब मालिक मेरा भव सागर में और बहु क्या,
कहे भूलन इसमें बस जाओ...., मंदिर तेरा मेरा हिया है,
जब से तेरा नाम लिया है……...