मईया के दरबार में आकर जय जैकार लगाते है,
मईया को हम दिल से मनाकर गाथा इनकी गाते है।।
ध्वजा नारियल पान सुपारी मईया तुम्हे चढ़ाते है,
गोटेदार लाल चुनरिया मईया तुम्हे ओढ़ाते है,
मईया के दरबार में आकर जय जैकार लगाते है,
मईया को हम दिल से मनाकर गाथा इनकी गाते है।।
भोली सी तेरी सूरत मईया दुनिया तेरी दीवानी है,
तेरी महिमा सबसे निराली दुनिया ने ये मानी है,
मईया के दरबार में आकर जय जैकार लगाते है,
मईया को हम दिल से मनाकर गाथा इनकी गाते है।।
भक्तजनों की इच्छा मईया पल में पूरी करती है,
भक्तजनों के कष्टों को मेरी मईया पल में हरती है,
मईया के दरबार में आकर जय जैकार लगाते है,
मईया को हम दिल से मनाकर गाथा इनकी गाते है।।