अपने चरणों से हमको लगा लो देवी मां,
अब तो अपनी नगरिया बुला लो देवी मां.....
दूर बहुत मईया तुम्हरी दुवरिया,
लम्बा है रस्ता कठिन डगरिया,
राह आकार के हमको दिखा दो देवी मां,
अब तो अपनी नगरिया बुला लो देवी मां.....
तुम बिन मईया मोहे कछु ना सुहाए,
रात अंधेरी है जिया घबराए,
अपने आंचल में हमको छिपा लो देवी मां,
अब तो अपनी नगरिया बुला लो देवी मां.....
किसको मैं जाकर अपनी विपदा सुनाऊं,
सुन लो मां विनती तुमको सुनाऊं,
सोई किस्मत को आकार जगा दो देवी मां,
अब तो अपनी नगरिया बुला लो देवी मां.....
सब भक्तन मिल तेरे गुन गाए,
बैठे हैं राहों में पलके बिछाए,
मोहनी मूरत को अपनी दिखा दो देवी मां,
अब तो अपनी नगरिया बुला लो देवी मां.....
Shweta Pandey (Varanasi)