मथुरा घूमी गोकुल घूमी, मैं घूमी ब्रज धाम रे,
मोहे माला मंगा दो तुलसी की......
मेरी सास जपे मेरा ससुर जपे,
वह लेकर हरि का नाम रे,
मोहे माला मंगा दो तुलसी की,
मथुरा घूमी गोकुल घूमी.....
मेरा जेठ जपे मेरी जेठानी जपे,
वह लेकर हरि का नाम रे,
मोहे माला मंगा दो तुलसी की,
मथुरा घूमी गोकुल घूमी.....
मेरा देवर जपे मेरी देवरानी जपे,
वह लेकर हरि का नाम रे,
मोहे माला मंगा दो तुलसी की,
मथुरा घूमी गोकुल घूमी.....
मेरी ननंद जपे नंदोई जपे,
वह लेकर हरि का नाम रे,
मोहे माला मंगा दो तुलसी की,
मथुरा घूमी गोकुल घूमी.....
मैं घर में जपु मैं ब्रज में जपु,
संग जपे पति भरतार रे,
मोहे माला मंगा दो तुलसी की,
मथुरा घूमी गोकुल घूमी.....