नागनिया बनके डस गयी मोहन तेरी बंसुरिया
मेरा गयी कलेजा चीर मोहन तेरी बंसुरिया
रिम झिम मेघा बरसे चमके बिजुरिया
मैं कैसे आउ श्याम मेरी तो भीगे चुनरिया
नागनिया बनके.....
जमुना जल मैं भरन जात हूँ सिर पे गागरिया
अरे ऐसी मारी कांकुर मेरी फोड़ी गागरिया
नागनिया बनके......
सास भी सोये नन्द भी सोये जागे सावरिया
अरे मैं कैसे आउ श्याम मेरी तो बाजे पायलिया
नागनिया बनके.....