मैं तो हारावाले महाराज की दिन-रात पूजा करूं,
तेरे दर पे मिले ठंडी छा, मैं दिन-रात पूजा करूं....
जो भी भूला तेरे दर पे आए,
दर्शन तेरे वो आ करके पाए,
तेरे दर्शन पाके सारी दुनिया भुला के,
सारे जग में उचि बड़ी शान मैं दिन-रात पूजा करूं,
मैं तो हारावाले महाराज की दिन-रात पूजा करूं....
तू है दाता और मैं हूं भिखारी,
तेरे चरणों का मैं हूं पुजारी,
तेरी महिमा मैं गांऊ तुझ पे वारी वारी जाऊं,
सारे जग में उचि बड़ी शान मैं दिन-रात पूजा करूं,
मैं तो हारावाले महाराज की दिन-रात पूजा करूं....
‘आरती’ तेरी भक्ति उतारे,
हर दुखिया तुझको पुकारे,
यहां कोई नहीं मित झूठी जग की है प्रीत,
इक सच्चा है दाता तेरा नाम मैं दिन-रात पूजा करूं,
मैं तो हारावाले महाराज की दिन-रात पूजा करूं....