लेना खबर हमारी हरिदास के बिहारी ।
बेमौत मर गया हूँ दुनिया से कर के यारी ॥
द्वारे तुम्हारे आया, दर्शन की आस लाया ।
दर्शन की भीख दे दो, हूँ दर्श का भिखारी ॥
अपना लिया हैं तुमको, ठुकरा ना देना हमको ।
जीवन की ज्योति जागे, लखि कर झलक तुम्हारी ॥
हरिदास की जू के आँखो के तुम हो एक तारे ।
पागल खड़ा द्वारे, है प्रेम का पुजारी ॥