तुम भक्तों की सुन लो पुकार,
तेरी प्यारी सी है मुस्कान,
तेरी लीला है अपरमपार,
ओ राधे रानी सुन लो जी।
मोहन संग रास रचावे रानी,
ना माने भक्तों की करे मनमानी,
हो मोहे बरसाने दे दो स्थान,
ओ राधे रानी सुन लो जी।
ना दिल लगे लंदन अमेरिका,
ना लागे पेरिस ना अफ्रीका,
हमें भावे मां तेरो ब्रिजधाम
ओ राधे रानी सुन लो जी।
मुरारी से मेरी सिफ़ारीश कर दो,
जीवन में मेरे आनंद भर दो,
तुम रूपक जो ढूंढे संसार,
ओ राधे रानी सुन लो जी।