ओ दिल करदा गुरां नूं चिट्ठी पावाँ,
आपे गुरु पढ़ लैनगें....
कागज़ बिना चिट्ठी लिखी न जावे,
ओ इस चमड़ी दा कागज़ बनावाँ आपे,
ओ दिल करदा........
कलम बिना चिट्ठी लिखी न जावे,
ओ इन्हा हड्डियां दी कलम बनावाँ आपे,
ओ दिल करदा........
स्याही बिना चिट्ठी लिखी न जावे,
ओ इस रक्त दी स्याही बनावाँ आपे,
ओ दिल करदा.........
डाक बिना चिट्ठी भेजी न जावे,
ओ इस मन नूं मैं डाक बनावाँ आपे,
ओ दिल करदा..........