खाटू वाले श्याम महरे रग रग में समइयो रे,
चीर कालजो देखले तू मंडे ने भाइयो रे,
जब से खाटू वाले से पहचान होगी महरी जी,
तब से जान गई है माने दुनिया सारी जी,
पाके तने जीने को अन्दन घनो आयो रे,
चीर कालजो देखले ........................
जान से ज्यदा प्यारी थारी मारी यारी जी,
थारे उपर सांवरिया ज़िन्दगी बिवारी री,
जो मानगो खासो मिलियो माने मन चाहियो रे,
चीर कालजो देखले ........................
जबसे श्याम सुनली महरे मंडे की बात री,
तबसे हो गया सांवरिया हमारा ठाठ बात री,
श्याम कवे सथो सुख शरण में पगियो री,
चीर कालजो देखले ........................