श्याम के दरबार से,
खाली नहीं जाएंगे,
खाली झोली आये है,
भरके झोली जाएंगे....
बड़ी दूर से आस लगाकर,
तेरे दर पे आये हो,
अब तो संकट मेटो बाबा,
दुःख के बहुत सताए हो,
तेरे दर को छोड़कर,
और कहाँ हम जाएंगे,
खाली झोली आये है,
भरके झोली जाएंगे...
भटक भटक कर ये जग देखा,
कोई नहीं हमारा हो,
तेरा ही आधार हमें तो,
तेरा एक सहारा हो,
तेरी महिमा श्याम हम,
भूल कभी न पाएंगे,
खाली झोली आये है,
भरके झोली जाएंगे.....
अनगिण पापी तारे तुमने,
अनगिण भगत उबारे हो,
एक तेरे दर्शन से बाबा,
हो गए वारे न्यारे हो,
दर्शन करने आये है,
दर्शन करके जाएंगे,
खाली झोली आये है,
भरके झोली जाएंगे.....
नज़र दया की हमपे रखना,
सदा बुलाते रहना हो,
सबकी झोली भरदो बाबा,
‘बिन्नू’ का ये कहना हो,
सेवक तेरे द्वार से,
हँसते हँसते जाएंगे,
खाली झोली आये है,
भरके झोली जाएंगे.....