पंछी लेजा तू सन्देश माहरे श्याम धनि के देश,
याद करे थाने बाबा ता को भक्त विशेष,
पंछी लेजा तू सन्देश माहरे श्याम धनि के देश,
हालात के आगे लाचार है हम,
तेरे दर्शनों के तलब गार है हम,
तेरे बिना अब लगने लगा है,
जीना हम को कलेश,
पंछी लेजा तू सन्देश माहरे श्याम धनि के देश,
मजबूरियां भी ज़िद पे आडी है,
परेशानियां भी सिर पे खड़ी है,
छूट रहा है धीरज किरपा करदो खाटू नरेश,
पंछी लेजा तू सन्देश माहरे श्याम धनि के देश,
मौका मिले तो मिल ने को आना,
अपने मोहित का लाड लड़ाना,
चार दिनों का है ये जीवन सांसे बची कुछ शेश,
पंछी लेजा तू सन्देश माहरे श्याम धनि के देश,