तर्ज - ये मोह मोह के धागे
ये प्रीत तुमसे लागी,
प्रीत तुमसे लागी,
हम.....हम.....,
ये प्रीत तुमसे है लागी, ओ मेरे बाबोसा भगवन,
तेरे चरणों मे ही ये अर्पण, कर दिया है अब ये जीवन,
मेरे दिल ने यही पुकारा,
मेरे दिल ने यही पुकारा, कब होंगे तेरे दर्शन,
ये प्रीत तुमसे है लागी, ओ मेरे बाबोसा भगवन,
तेरे चरणों मे ही ये अर्पण, कर दिया है अब ये जीवन.....
मैं नही तेरे काबिल, मुझे अपना तू बना,
कहाँ अब जाँऊ बता, अब जाँऊ बता तेरे बिन,
मैं नही तेरे काबिल, मुझे अपना तू बना,
दाता तू मेरा, याचक मैं बाबा हूँ तेरा,
मुझको तो दे दो अब शरण,
ये प्रीत तुमसे है लागी....
की अब तू तो आकर के, बाँहे थाम ले,
हर घड़ी, ये दिल मेरा, बस तेरा ही नाम ले,
की अब तू आकर के, बाँहे थाम ले,
क्या मेरी खता, बाबोसा इतना बता,
"दिलबर’’ के दाता हों कहाँ,
ये प्रीत तुमसे है लागी.....