जय हो जय हो तुम्हारी पितर देवता,
मेरे सर पे सदा तेरा हाथ रहे,
मेरे ब्रम्हा तुम्ही मेरे विष्णु तुम्ही,
तुम हो शंकर मेरे तेरा साथ रहे....
तेरे चरणों का जो भी है सेवक बना,
अपनी करूणा से उसकी बदल दी दशा,
तेरे चरणों का बनके में सेवक रहूं,
चाहे जैसे मेरे हालात रहे.....
जाने कब पूरी होगी ये अर्जी मेरी,
देके दर्शन भरोगे ये झोली मेरी ,
चाहूं करनी तेरी सेवा में उम्र भर,
सदा चरणो का बनके में दास रहूं....
कर दो कृपा थोड़ी में तो नादान हूं,
तेरी पूजा ना जानू में अनजान हूं,
जो भी श्रद्धा से लाया स्वीकार करो,
तुम सिंगला के सर पे तो हाथ धरो....