नगर-नगर, डगर-डगर, बम-बम भोला,
नाच रहे जमके देखो नंदी-भोला……..
गौरा ने भी जब रगड़ रगड़ भाँग बनाई,
भोलेनाथ ने फिर जमकर दो घूंट लगाई,
बेसुध ही पी गए अक्कउआ-धतूरा,
नगर-नगर, डगर-डगर, बम-बम भोला....
भक्तो दीवानगी यहाँ कैसी छाई,
नंदी ने झुम ढोलक ताल बजाई,
महादेव संग नाची हैं प्यारी सी गौरा,
नगर-नगर, डगर-डगर, बम-बम भोला....
हम भोले के है भक्त सबको भोले बोलते,
रंक राजा गोरा काला हम न तोलते,
मेरे मन को शिवाला बना विराजो रे भोला,
नगर-नगर, डगर-डगर, बम-बम भोला....