करुणा भरी नजर से निहारो लाडली,
अपना तो कह के मुझको पुकारो लाडली।।
बृज की निकुंज जैसा मेरा हृदय सजा दो ना,
उस कुंज में निरंतर विहारो लाडली,
करुणा भरी नजर से निहारो लाडली।।
कोई नहीं हमारा तेरा नाम धाम प्यारा,
श्यामा को तेरे नाम का सहारा लाडली,
करुणा भरी नजर से निहारो लाडली।।