( प्रथमे गौराजी को वंदना
द्वितीये आदि गणेश
त्रितिये सिमरु माँ शारदा
मेरे काटो सकल कलेश। )
जय हो गजानना,
जय हो गजानना…..
हो जय हो तेरी गणराज,
गजानन..
प्रथम पूज्य तुम देव हो देवा,
देवो के महाराज,
जय हो तेरी गणराज,
गजानन....
सारी दुनिया में तुमसा ना दूजा कोई,
जो भी आशा करी पूरी तुम से हुई,
मंगलकर्ता विघ्न हरईया,
पूरण करते काज,
जय हो तेरी गणराज,
गजानन….
मांगे दरसे तुम्हारे तो सबकुछ मिले,
सबका आँगन ख़ुशी से है फुले फले,
तीनो लोक के स्वामी हो तुम,
देवो के सरकार,
जय हो तेरी गणराज,
गजानन….