सजाया है सुंदर दरबार,
माँ बैठी कर शृंगार,
आओ आओ भगतो लगाओ जय जैकार,
सजाया है सुंदर दरबार......
माँ की शान देखो कितनी निराली,
शेर पे सवार होके आई शेरावाली,
दूर हुआ देखो इंतजार, महक उठा सारा दरबार,
आओ आओ भगतो लगाओ जय जैकार,
सजाया है सुंदर दरबार......
हल्दी पूरी का भोग लगाया है,
हाथों से अपने मईया को खिलाया है,
भक्तो की लम्बी कतार, बाँट रही माँ सबको प्यार,
आओ आओ भगतो लगाओ जय जैकार,
सजाया है सुंदर दरबार......
पूनम भार्गव ने महिमा तेरी गयी है,
भावो की माला लेके तेरे दर पे आयी है,
राजू भी बोले जैकार, भर देगी मईया भंडार,
आओ आओ भगतो लगाओ जय जैकार,
सजाया है सुंदर दरबार......