जय हो दुर्गा जय हो काली गले में नर मुंड माला वाली
माथे धनु खपर वाली बाते महिमा निराली
माई घर घर सब के पुजाली जय हो जय हो माई शेरावाली
चमकले माथ्वा पे मुकट सोहवेला मोहनी मूर्तियां
माई रूप दर्श विकराल जाब धडके ले असुरयाँ की छातियाँ,
झुला लागा बलिय्मन की ढाली
माई घर घर सब के पुजाली जय हो जय हो माई शेरावाली
कोई वेले असुरन के नास हो
बाला के का सुनी पुकार हो
इक हाथ गधा तिरशूल हो दूजे हाथवा तलवार हो
रखली दया तबाही की लाली
माई घर घर सब के पुजाली जय हो जय हो माई शेरावाली