दे दो चिर हमारी., सरम मोहे लागे मुरारी....
लेके चिर कदम्ब चढ़ी बैठे,
हम जल बीच उघारी,
सरम मोहे लागे मुरारी.....
तुम्हरी चिर तबै हम देंगे,
जल से होजावो न्यारी,
सरम मोहे लागे मुरारी.....
पुरइन पात पहिन गोपी निकसि,
श्याम हंसे दे तारी,
सरम मोहे लागे मुरारी....
सुर दास वली जा चरणों मे,
लीला अजब तुम्हारी,
सरम मोहे लागे मुरारी......