ज्योत जगे दिन रात जगे....
ज्योत जगे, दिन रात जगे,
तेरी हो रही जय जयकार मां,
तेरे भक्त खड़े दरबार.....
ऊंचे ऊंचे पर्वत मैया तेरा डेरा,
सुंदर भवन सजाया,
बाला सुंदरी दर्शन दे दे, जग चरणों में आया,
ढोल बजे, घड़ियाल बजे, तेरे हो रहे मंगलाचार मां,
तेरे भक्त खड़े दरबार.....
नाम तेरे की माला जपते, ध्यान तेरा नित लाएं,
नंगे नंगे पांव चलते चलते, दर्शन करने आए,
जो नाम जपे मां-पाप कटे, हो जाए उद्धार मां,
तेरे भक्त खड़े दरबार.....
दीन दयाल दया की देवी, तीन लोक की वाली,
भक्तों की पत रखने वाली, मैया शेरोवाली,
ईश्वर नै तेरा नाम जपा मां पा लिया तेरा प्यार मां,
तेरे भक्त खड़े दरबार.....