डमरू बजाके बाबा देदो दर्शन जी,
हे पशुपति तुझे ढूंढें मेरा नयन जी,
जगत के पालन हारा व्याकुल मेरा मन जी,
हे पशुपति तुझे ढूंढें मेरा नयन जी…..
दर दर से ठोकर खाऊ कोई ना सहारा,
तेरे शिवा बाबा अब होता गुज़ारा,
सारा जग से पावन तेरा चरन जी ,
हे पशुपति तुझे ढूंढें मेरा नयन जी….
तन मन धन सब तुझपे है वारा,
सारे जग में ना कोई तुमसे प्यारा,
हे कैलाशी भोले आया हूँ शरण जी,
हे भोलेबाबा तुमको ढूँढे मेरा नयन जी…
ना कुछ लेके आया ना कुछ लेके जाऊ,
तेरे बिना भोलेबाबा मैं ना रह पाऊँ,
करके तेरी भक्ति रहूँ मैं मगन जी,
हे भोलेबाबा तुझे ढूंढे मेरा नयन जी…..