लाल चुनरिया मैया जी की लहर लहर लहरानी है,
झूमो नाचो भक्तों चुनरी मैया को पहनानी है.....
पकड़े जो चारो कोना उसको हर पाप है धोना,
करता जो कुछ भी अर्पण कल्याण है उसका होना,
हाथ जोड़ लो उसके आगे जिसको ममता पानी है,
झूमो नाचो भक्तों चुनरी मैया को पहनानी है……
चुनरी की महिमा प्यारी सब देवन की हितकारी,
ये लाल चुनरिया अपने भक्तों के संकटहारी,
पूर्ण करे श्रृंगार जो सोलह ये चुनरी वरदानी है,
झूमो नाचो भक्तों चुनरी मैया को पहनानी है….
माँ के चुनरी की छाया ने सबका भाग्य बनाया,
वैभव जिसकी जो श्रद्धा उसने वैसा है पाया,
माताओ बहनो के सर सिन्दूर की यही निशानी है,
झूमो नाचो भक्तों चुनरी मैया को पहनानी है….