मैया जी के रहते दुख में,
क्या रोना रोना,
ये ऐसा है दरबार काम तेरा,
होना ही होना,
ये ऐसा है दरबार काम तेरा,
होना ही होना…..
कर ले भरोसा माँ पे,
है ये दरबार निराला,
जिसके सर हाथ है माँ का,
बड़ा वो क़िस्मत वाला,
माँ की कृपा से चाँदी चाँदी,
और सोना सोना,
ये ऐसा है दरबार काम तेरा,
होना ही होना…….
जिससे प्यार करे माँ,
है उसके वारे न्यारे,
जिसपे कृपा मैया की,
है उसके ठाठ निराले,
चौखट से गर दूर रहोगे,
फिर खोना खोना,
ये ऐसा है दरबार काम तेरा,
होना ही होना……..
ये मैया बड़ी दयालू,
है संकट दूर करती,
जीवन बनवारी तेरा,
खुशियों से माँ हैं भरती,
खुद हाथों से सजाए घर का,
हर कोना कोना,
ये ऐसा है दरबार काम तेरा,
होना ही होना……