जय होवे, जय होवे,
जय होवे तेरी जय होवे,
( सच्चियाँ ज्योता वाली माँ
तेरी सदा ही जय होवे... )
सोणा दर तेरा विच पहाड़ी,
अर्शों फुल पये वरदे ने,
ब्रह्मा विष्णु शिव शंकर वी,
तेरी हाज़री भरदे ने,
गंगा चरणा च बह होवे,
जय होवे तेरी जय होवे.....
पानी उत्ते जग उपजाया,
तू ही शेरांवाली माँ,
किसदी झोली कद भरनी और,
कद तक रखनी खाली माँ,
सब तेरे दर तय होवे,
जय होवे तेरी जय होवे.....
मैं की सूरज चन्न सितारे,
सब तेरे करज़ाई माँ,
किन्नी वी तेरी महिमा गांवां,
नइं चुकनी इक पायी माँ,
फिर क्यों मेरे विच मैं होवे,
जय होवे तेरी जय होवे.....
गीत: श्यामसाजन