मैया अपने भगतो पर किरपा बरसाती है,
किस्मत वालो के घर मैया आती है,
श्रद्धा से जो भी माँ को मनाते,
जीवन में सारी खुशियां वो पाते,
माँ मेरी ममता बिखराती है,
मैया अपने भगतो पर किरपा बरसाती है,
भगतो के घर जागे ज्योत नूरानी,
करुणा की सागर माँ वैष्णो रानी,
बचो को दर्शन दिख लाती है,
मैया अपने भगतो पर किरपा बरसाती है,
सर माँ के चरणों में तू भी जुका ले ,
भूलन कहे अपनी बिगड़ी बना ले,
माता हरीश भाग्ये चमकाती है,
मैया अपने भगतो पर किरपा बरसाती है,