मोहे कैसे मिलेंगे राम,
कैसे मोहे मिलेंगे राम.....
शीश झुका और जा शरण में,
मुख से ले हरि का नाम,
ऐसे मिलेंगे राम,
मिलेंगे ऐसे राम.....
मोहे कैसे....
नैना देखें जो, मोहनी सूरत,
मन में सदा बसे वो मूरत,
छवि उनकी नयनाभिराम,
ऐसे मिलेंगे राम,
मिलेंगे ऐसे राम....
कैसे मोहे....
हाथ जोड़
कर प्रणाम,
दे बड़ों को मान,
खोल हाथ और
कर तू दान,
ऐसे मिलेंगे राम,
मिलेंगे ऐसे राम....
राजीव तुझे,
ऐसे मिलेंगे राम,
मिलेंगे तुझे ऐसे राम.....
© राजीव त्यागी