मैया तेरे लाल ने माखन लूटेया दस की करा,
नाले मेरे सिर दा दुपट्टा खींचेया दस की करा.....
दूध दही बेचके में बच्चेया नु पालदी,
बड़ा ही सतावे मैनू तेरा नंदलाल जी,
दूध दही ओने मेरा सारा लुटेया दस की करा,
मैया तेरे लाल ने माखन लुटेया दस की करा.....
घर जांदेया नू सस मेरी लड़दी,
ताने मार मार के ओ घरों मैनु कढदी,
नाले कैंदीं श्याम तेरा की लगदा दस की करा,
मैया तेरे लाल ने माखन लूटेया दस की करा.....
बंसरी तेरी दी श्यामा बड़ी मीठी तान वे,
ऐदे वीच अटक गई मेरी जिंद जान वे,
बंसी बजा के मेरा दिल लूटेया दस की करा,
मैया तेरे लाल ने माखन लूटेया दस की करा.....
यमुना किनारे औ रचावे रोज रास जी,
रूप तार सखियां द नचे साड्डे नाल जी,
बांके बिहारी उदा नाम रखे दस की करा,
मैया तेरे लाल ने माखन लूटेया दस की करा.....