श्यामा बदल मेरी तक़दीर वे,
तु है रांझा ते मै तेरी हीर वे....
तेरे बिना मै रह नहीं सकदी,
सारे जग नु मै कह वी ना सकदी,
मेरी अखिया चो वगे श्यामा नीर वे,
तु है रांझा.......
तु गोकुल विच गौआ चरावे,
चोरी सखिया दा माखन तु खावे,
नहियो लगदा तु जात दा अहीर वे,
तु है रांझा.......
तेरी बंसी ने बड़ा ही सताया,
सारी सखिया नु घरों है बुलाया,
बजे बंसी ते दिल नच्चे मोर वे,
तु है रांझा.......