लहरे चुनरी मैया की लाली लाली,
सारे जग में छाए खुशहाली,
दुर्गा माता की शान निराली,
सारी सृष्टि है मां की पुजारी,
लहरे चुनरी मैया की लाली लाली,
सारे जग में छाए खुशहाली,
बोली अम्बे मां जय जय मां, जय जय मां,
जय जगदम्बे मां, जय जय मां जय जय मां.....
मां के भवन के अजब नज़ारे,
रहमत की जहां बरसे फुहारे,
इस बगिया की मैया रखवाली,
मां की ममता से महके फुलवारी,
लहरे चुनरी मैया की लाली लाली,
सारे जग में छाए खुशहाली,
बोली अम्बे मां जय जय मां, जय जय मां,
जय जगदम्बे मां, जय जय मां जय जय मां.....
प्रेम का सागर, ह्रदय समाये,
नैनो से करूणा, मां छलकाए,
मां ने सबकी ही बिगड़ी संवारी,
गूंजे खुशियों की हर पल किलकारी,
लहरे चुनरी मैया की लाली लाली,
सारे जग में छाए खुशहाली,
बोली अम्बे मां जय जय मां, जय जय मां,
जय जगदम्बे मां, जय जय मां जय जय मां.....
चंदा तारे, नज़र उतारे,
सूरज मां के, चरण पखारे,
भव से नैया मैया ने ही तारी,
कीर्ति है मां दासी तुम्हारी,
लहरे चुनरी मैया की लाली लाली,
सारे जग में छाए खुशहाली,
बोली अम्बे मां जय जय मां, जय जय मां,
जय जगदम्बे मां, जय जय मां जय जय मां.....